संदेश

जून, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

ये प्यार नही है

 तेरे होते हुए भी तू नही  तो ये प्यार नही है। तू शामिल जिंदगी में ,फिर भी अकेले रो दूं तो ये प्यार नही है। किस प्यार की तू दुहाई देता है बता। तेरी वजह से बार बार मेरी आँखें छलक जाएं तो ये प्यार नही है। तेरा वक्त अगर फैसला करे,की तू मेरा है या नही  तेरा साथ अगर किश्तों में बंट जाए तो ये प्यार नही है। मैं ििइंतेज़ार करूँ बस तेरी एक आहट का हर दिन  तू फिर भी न आये तो ये प्यार नही है। तू मेरा है ये तेरा दावा है तो गर तेरे होते हुए भी ,अकेले आंसू बहाऊँ तो ये प्यार नही है। ये कैसा प्यार अब तू बता। मैं उलझन में उलझी सी ,खुद को तलाशूं और तू मस्त परिंदा सा उड़ान भरे, मैं खोई सी ,परेशान, पल पल मरूं  और तू खुश सा अपनी जिंदगी जिये तो सुन ,ये कुछ भी हो मगर प्यार नही है। तू मर मिटा होगा किसी अदा पर मेरी मैं कुर्बान सी तेरी किसी आदत पे हो गयी तूने इज़हार किया कि प्यार है ये  और मैं यकीन कर तेरी बातों में खो गयी। पर सच यही है कि प्यार नही है ये। तू शायद पाना चाहता होगा मुझे , या कोई खाली पन जिंदगी का तुझे सात रहा होगा मैं खुश थी इसे तेरी मोहब्बत समझ कर  तू इस चमकते चेहरे पर खिंचा चला आरहा होगा जो भी हो वज

चलती का नाम क्यों है ज़िन्दगी ?

 क्या मेरी तरह सबके दिल मे ये सवाल है कि क्यों ? चलती का नाम क्यों है जिंदगी। मुझे कुछ आधे अधूरे जवाब मिले, शायद जिंदगी का अनुभव ही हमे इस बात का जवाब दे सकता है ।कुछ जवाबो ने झकझोर दिया,कुछ जवाबो ने रुला दिया ,तो कुछ जवाबो ने होटों पर मुस्कान बिखेर दी। जब कुछ अच्छे बीते पल याद आये तो ये चलती सी जिंदगी अच्छी लगी ,और वक्त रफ्तार पकड़ता नजर आया । और जब कुछ बुरे वक्त में आये तो यही वक्त जैसे धीमी चाल चलने लगा ,जैसे हर पल हर साल। जब कुछ पा लिया हमने तो ये चलती सी जिंदगी रुकती सी लगी।और जब कुछ खो दिया तो रेत की तरह फिसलती सी। जिन पलो में सुकून मिला तब लगा ये ये जिंदगी चलती सी नशि रुकती सी हो जाये और जब मन परेशान हुआ तो लगा चल ही क्यों रही है दौड़ क्यों नही जाती ये ज़िन्दगी। बहुत कुछ पीछे छोडा हमने इस चलती सी जिंदगी के नाम पर। पहले बचपन पीछे रह गया,  फिर दोस्त यार,स्कूल की मस्ती पीछे रह गयी  फिर कॉलेज का वो प्यार तो कभी कॉलेज के वो यार पीछे रह गए। फिर देखते ही देखते ,अपने ही पीछे रह गए।घर माँ ,बाप,अपना गांव अपनी शोर करती गालियां ,अपने अल्हड़ दोस्त ,अपना सब पीछे रह गया । और देखते ही देखते ये जिंद