Kya yhi hai pyar

 एक दिन बस ऐसे ही दिल में सवाल आया कि आखिर ,

प्यार क्या होता है ,

 और मुझे क्यों जानना था कि प्यार क्या है 

क्यूंकि मेरे मन में बहुत सारे सवाल थे इस प्यार को लेकर 

मैं  खुद से ही पूछना चाहती थी कि प्यार क्या है 

असल में प्यार कि दो परिभाषा hain

प्यार वो जो आपको सुकून दे 

प्यार वो जो आपसे आपका सुकून छीन ले 

प्यार वो जो आपको खुशियां दे, 

चैन कि neend सुलाए 

प्यार वो जो आपकी सारी  खुशियां छीन ले और 

रात रात भर सोने न दे 

प्यार वो जो आपको दिन में भी haseen सपने दिखाए 

और प्यार वो जो आपको रात भर सपनो में भी डराए 

प्यार वो जो आपके लिए दुनिया भर कि चीज़े बड़ी खूबसूरत बना दे 

प्यार वो जो आपका मन अपने चहेतो से भी हटा दे 

प्यार वो जो आपको दुनिया से वैरागी बना दे और 

प्यार वो जो आपको भक्ति के रास में डूबा दे 

प्यार वो जो आपको jeena seekha दे 

प्यार वो जो आपको जीते जी मौत के दर्शन करा दे 

प्यार वो जो पूरी दुनिआ से आपको मिला दे 

और प्यार वो जो आपको अपनों से भी हटा दे 

प्यार वो जो आपको न्योछावर होना सीखा de

और प्यार वो जो पल भर में खुदगर्ज़ बना दे 

प्यार वो जो आपको कभी भी khi भी hasa दे 

प्यार वो जो भरी महफ़िल में रुला दे 

प्यार वो जो तब भी साथ दे जब सब खिलाफ हों 

प्यार वो जो भरी दुनिया में tanha mehsus करा दे 

प्यार वो जी जहाँ कि खुशिया आपको dede 

और प्यार वो जो एक muskaan का मोहताज़ बना दे 

प्यार वो हज़ारो से अकेले लड़ने कि ताकत देदे 

प्यार वो jo अपने  ही अक़्स   से dara दे 

प्यार वो जो अकेले होकर भी ताकत का एहसास करा दे 

प्यार वो जो हज़ारो के होने पर भी घुटनो पे ला दे 

प्यार वो जो चाँद taare तोड़ लाने कि कस्मे खिला दे 

और प्यार वो जो पलट कर न देखने तक को majbur करा दे 

प्यार वो जो jeene कि राह dikha दे 

प्यार वो जो मौत कि दुआ करा दे. 

तब मैंने सोचा प्यार तो हमे काबू करता है 

प्यार तो हम पर haavi होता है 

प्यार में पल भर में has देते h हम 

और प्यार हमे पल भर में रुला देता है. 

शायद यही है प्यार 


प्रीति राजपूत शर्मा 

19 सितम्बर  2025

टिप्पणियाँ

kuch reh to nahi gya

हाँ,बदल गयी हूँ मैं...

Kuch rah to nahi gaya

बस यही कमाया मैंने